Can metro train travel long distance? क्या मेट्रो ट्रेनें नॉर्मल ट्रेन के जैसे लंबी दूरी तय कर सकती हैं?

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metro train travel long distance?

दोस्तों इस पोस्ट मे हम जानेंगे कि Can metro train travel long distance?

Can metro train travel long distance?

जैसा कि आप सभी को पता है भारतीय रेलवे कि ट्रेनें लंबी लंबी दूरी तक यात्रा लगातार करती है तो इस पोस्ट मे हम जानने कि कोसिस करेंगे कि

नॉर्मल ट्रेन के जैसे मेट्रो ट्रेनें लंबी दूरी तय कर सकती है कि नहीं? metro train travel long distance?

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दोस्तों मेट्रो ट्रेन और नॉर्मल ट्रेन जो भारतीय रेलवे कि ट्रेक पर चलती है दोनों कि working principle

एक दूसरे से बिल्कुल अलग है जिसे हम एक एक कर विस्तार से समझते है

Can metro train travel long distance?

कोलकाता मेट्रो जो कि भारत कि पहली मेट्रो सेवा है कोलकाता मेट्रो को छोड़कर

बाकी सारी जितनी भी मेट्रो ट्रेनें है सभी स्टेंडर्ड गेज पर चलती है

जबकि नॉर्मल ट्रेनें ब्रॉड गेज पर चलती है तो सबसे पहले हम यह समझते है कि इन दोनों मे क्या अंतर है

ब्रॉड गेज और स्टंडर्ड गेज मे अंतर 

दोस्तों ब्रॉड गेज और स्टंडर्ड गेज दोनों ही एक प्रकार का रेलवे ट्रेक है जिसपर ट्रेनें चलती है

लेकिन इन ट्रेक के बीच मे जो gap होता है वह अलग अलग होता है

स्टंडर्ड गेज के ट्रेक के बीच का gap 1420 mm या 4 फिट 8 इंच होती है जबकि

ब्रॉड गेज के ट्रेक के बीच का gap 5 फिट 6 इंच होता है

तो पहली चीज ये है कि नॉर्मल ट्रेक पर मेट्रो ट्रेनें नहीं चल सकती

अब मान लीजिए कि मेट्रो ट्रेनों को ब्रॉड गेज पर चलने लायक बना भी दिया जाए तो अगली प्रॉब्लेम इसके सिग्नलिंग सिस्टम को लेकर आएगी

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  • सिग्नलिंग सिस्टम-

Can metro train travel long distance?

दोस्तों मेट्रो ट्रेन कि सिग्नलिंग सिस्टम भारतीय रेलवे से अलग होती है

मेट्रो मे कम्यूनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नलिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है

जबकि भारतीय रेलवे नॉर्मल सिग्नलिंग सिस्टम पर काम करती है

इस तरह से मेट्रो ट्रेनों को नॉर्मल ट्रेक पर चलाने के लिए पूरे सिग्नलिंग सिस्टम को बदलना पड़ेगा

  • मेट्रो ट्रेनों का डिजाइन कम्फर्ट के हिसाब से लंबी दूरी के चलने लायक नहीं बनाया गया है इसमे शॉर्ट डिस्टन्स के लायक बैठने कि व्यवस्था दी गई है
  • ट्रेक्सन मोटर 

मेट्रो का ट्रेक्सन मोटर लंबी दूरी के ट्रेनों के जैसे चलने लायक नहीं बनाया गया है क्योंकि इन्हे लगातार on condition  मे नहीं रखा जा सकता

दोस्तों इस तरह से देखा जाए तो उपर्युक्त सभी बातों से यही निष्कर्ष निकलता है कि मेट्रो ट्रेनें नॉर्मल ट्रेन के जैसे लंबी दूरी तय नहीं कर सकती|

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