इस पोस्ट मे हम जानेंगे कि अगर आप जनरल का टिकट लेकर स्लीपर मे चढ़ गए तो आपको फाइन देना पड़ेगा या नहीं?
रेल यात्रा के दौरान अक्सर हर किसी के साथ ऐसी घटनाए होती है जहां आप जनरल का टिकट लेकर स्लीपर मे चढ़ जाते है इसके कई वजह हो सकते हैं-
- जल्दबाजी के कारण
- भीड़ के कारण
- टिकट नहीं मिलने के कारण
वजह चाहे जो भी हो –
अगर आप जनरल का टिकट लेकर स्लीपर मे चढ़ गए तो आपको रेलवे के नियम के मुताबिक फाइन देना पड़ेगा
लेकिन सामान्यतः इसका जवाब हाँ भी है और नहीं भी
तो चलिए जानते है कब फाइन लेगी और कब नहीं
यह भी पढ़ें : हिराखंड रेल हादसा कैसे हुई और इसका जिम्मेदार कौन था ?
कब फाइन लगेगी ?
अगर अपने जनरल कि टिकट ली है और किसी भी कारण से स्लीपर मे चढ़ गए और डर कि वजह से बच बच कर आगे कि यात्रा किए जा रहे है
अगर ऐसी स्थिति मे टीटीई आपको पकड़ेंगे तब आपको जुर्माना भरना पड़ेगा
जुर्माना क्यों भरना पड़ेगा ?
ऐसी स्थिति मे जुर्माना इसलिए भरना पड़ेगा क्योंकि तब टीटीई आपको ये समझेंगे कि अपने जानबूज कर ऐसा किया है
और जनरल कि टिकट लेकर स्लीपर मे यात्रा कर रहे हैं जो कि रेलवे के नियम के खिलाफ है
यह भी पढ़ें : रेलवे signal के पीछे क्रॉस का निशान क्यों लगाया जाता है
कब फाइन नहीं लगेगी
दूसरी स्थिति यह है कि अगर आप जनरल का टिकट लेकर स्लीपर मे चढ़ गए और चढ़ते ही तुरंत टीटीई को अपनी सारी परेशानी बता दिए कि-
इस कारण से मैं जनरल का टिकट लेकर स्लीपर मे चढ़ गया तब टीटीई आपकी समस्या को जरूर समझेंगे और
यहाँ पर वो आपसे कोई भी फाइन नहीं लेंगे वह आपसे इतना बोलेंगे कि आप अगले स्टेशन पर कोच बदल लीजिएगा
और यहाँ आपको नियम के मुताबिक कोच बदल ही लेना चाहिए अगर नहीं बदल पाते तो उस कोच कि टिकट बनवा सकते हैं
ट्रेन मे बिना वैध टिकट यात्रा करना एक अपराध है
ट्रेन मे आप हमेशा उसी कोच मे यात्रा करे जिस कोच का आपका टिकट हो
ऐसा नहीं करने पर रेलवे के नियम के मुताबीक आपको जुर्माना पेनाल्टी के साथ देनी पड़ेगी
कितना जुर्माना लगेगा?
अगर आप ट्रेन मे बिना वैध टिकट के यात्रा करते टीटीई के द्वारा पकड़े जाते है तब
आपको 250 रुपये कि पेनाल्टी और जिस कोच मे पकड़े जाएंगे उसका किराया देना होगा
मान लीजिए कि आपने जनरल कि टिकट ली है और स्लीपर मे चढ़ गए तब
आपसे 250 पेनाल्टी और स्लीपर का जितना किराया होगा जनरल से काट कर लिया जाएगा
अतः हमेशा ट्रेन मे वैध टिकट लेकर ही यात्रा करें ताकि आपको कोइ परेशानी ना हो
[…] […]